ब्रह्माकुमारीज ग्वालियर के लाइफ़ कोच एवं मोटिवेशनल स्पीकर डॉ गुरचरन सिंह प्राइड ऑफ एमपी 2024 अवार्ड से सम्मानित नारी शक्ति एमपी का प्राइड अवार्ड मिलने के...
दिन की शुरुवात परमात्मा की याद से करें – बीके आदर्श दीदी खुश रहना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि – डॉ गुरचरन सिंह जिनके पास दुवाएं...
अपने को स्वस्थ रखना जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है : प्रहलाद भाई ग्वालियर। द्वितीय वाहिनी वि.स.बल. ग्वालियर द्वारा सामुदायिक भवन में आज एक निःशुल्क काउंसलिंग...
ब्रह्माकुमारीज बिजनेस विंग की आध्यात्मिकता प्रेरित वित्तीय विकास कार्यशाला संपन्न ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राजयोग एज्युकेशन एण्ड रिसर्च फाउंडेशन के व्यापार...
योग से तन और मन को रख सकते है स्वस्थ्य – आदर्श दीदी ग्वालियर। आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व...
हमारी सोच का प्रभाव वाणी और कर्म पर भी पड़ता है – बीके डॉ. गुरचरण सिंह हमारा व्यवहार सभी के साथ सकारात्मक और अच्छा होना चाहिए...
आश्रम स्वर्ग सदन में ब्रह्माकुमारीज के भाई बहनों ने सिखाया ध्यान ग्वालियर: प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा आश्रम स्वर्ग सदन (पीड़ितों की सेवार्थ निःशुल्क...
तन और मन को स्वस्थ्य रखने के लिए पाँच दिवसीय योग शिविर आयोजित……..
अच्छी नींद के लिए नियमित करें प्राणायाम एवं राजयोग ध्यान – आदर्श दीदी ग्वालियर: आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वच्छ और स्वस्थ्य समाज थीम के अंतर्गत प्रजापिता ब्रह्मा...
नवरात्रि के पावन अवसर पर ब्रह्मा कुमारीज केंद्र पर लगी चैतन्य देवियों की झांकी देवियों की अष्ट भुजा अष्ट शक्तियों का प्रतीक – आदर्श दीदी ग्वालियर:...
ब्रह्माकुमारीज प्रभु उपहार भवन का वार्षिक उत्सव संपन्न बेहतर कार्य करने के लिए खुश रहना जरूरी – आदर्श दीदी मुस्कराने से जीवन की आधी समस्याएं समाप्त...
– सदा खुश रहने के लिए सुव्यवस्थित दिनचर्या बहुत आवश्यक – प्रहलाद भाई – परमात्मा से मन की तार जोंडे तो सब समस्याएं समाप्त हो जाएँगी...
ब्रह्माकुमारीज़ के सभी सेवाकेन्द्रों पर धूमधाम से मनाया गया 88वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव (महाशिवरात्रि पर्व) जीवन की बुराईयां शिव पर अर्पण करना ही सच्ची शिवरात्रि...
जब व्यक्ति की आध्यात्मिक क्षमता क्षीण हो जाती है, तो उसके जीवन में तनाव बढऩे लगता है। फिर उसका दिमाग भी उसी तरह रिएक्ट करने लगता...
मनुष्य के भीतर जब सकारात्मक सोचने का संस्कार निर्मित हो जाता है तो व्यक्ति के जीवन में खुशियां आने लगती है, इसलिए माता-पिता को बचपन से...