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Indraganj Lashkar

सच्ची शिवरात्रि मनाना अर्थात अपनी अंदर की बुराइयां परमात्मा शिव को अर्पण करना  – बी.के.आदर्श दीदी (18-02-2023)

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सच्ची शिवरात्रि मनाना अर्थात अपनी अंदर की बुराइयां परमात्मा शिव को अर्पण करना  – बी.के.आदर्श दीदी

 

लश्कर ग्वालियर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एवं एसोसिएशन ऑफ ग्वालियर यूथ सोसायटी के सयुंक्त तत्वावधान लोहिया बाजार में महाशिवरात्रि महोत्सव का कार्यक्रम आयोजित।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से अशीष प्रताप सिंह राठौड़ (प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा), अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ ग्वालियर यूथ सोसायटी के अध्यक्ष संजय कट्टहल, कार्यक्रम प्रभारी धीरज गोयल, आयोजन सचिव मनीष रस्तोगी, लोहिया बाजार से रामलाल गुप्ता, ऋषव गुप्ता, ब्रह्माकुमारिज़ लश्कर ग्वालियर की मुख्य संचालिका बी.के. आदर्श दीदी, बी.के.ज्योति दीदी, बी.के प्रहलाद भाई उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ ।

तत्पश्चात बी.के. आदर्श दीदी ने सभी को महाशिवरात्रि महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य सभी को बताया और कहा कि शिवरात्रि त्योहार परमपिता परमात्मा  शिव के अवतरण की यादगार के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया जब काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार इस धरती पर बढ़ जाता है तब मनुष्यों को 5 विकारों से छुड़ाकर सुख, शांति,  पवित्रता का वर्सा देने के लिए  परमपिता परमात्मा शिव इस धरा पर अवतरित होते हैं| अतः सच्ची शिवरात्रि मनाना अर्थात अपनी बुराइयों को शिव को समर्पण करना है।

दो ही शकितयों के साथ रात्रि लगता है शिव रात्रि और नवरात्रि वास्तव में रात्रि शब्द अज्ञान अंधकार का प्रतीक है। परमात्मा शिव भोलेनाथ हमें इस अज्ञान अंधेरी रात से छुड़ाते है। और हमे सुख शांति पवित्रता का वर्सा देते है। परमात्मा शिव की यादगार स्वरूप 12 ज्योतिर्लिंग है जो ज्योतिस्वरूप परमात्मा की याद दिलाते है।

परमात्मा के कर्त्तव्य वाचक अनेक नाम है – अचलेश्वर, गुप्तेश्वर, कोटेश्वर, महाकालेश्वर, अमरनाथ, सोमनाथ, बबुलनाथ, रामेश्वरम आदि आदि परन्तु उनका असुल नाम शिव है शिव अर्थात कल्याणकारी जो इस सृष्टि पर सभी मनुष्यात्मायों के पिता है, दुःख हर्ता सुख कर्ता है, जी ण नैया को पार लगाने वाले है।

जो लोग सभी बुराइयाँ छोड़कर सच्ची दिल से परमात्मा को याद करते है परमात्मा उन्हें सभी प्रकार के दुखों से छुड़ा देते है।

इस अवसर पर संस्थान से जुड़े बाल कलाकारों ने नृत्य एवं ड्रामा के माध्यम से अनेकानेकानेक प्रस्तुतियां दीं।

बाल कलाकारों में  रोशनी, सुरभि, पवन, सोनाली, दृष्टि, प्रतिज्ञा, पूर्वी, तन्वी, रमन, अशीष सहित अनेकानेकानेक बच्चे उपस्थित थे।

कार्यक्रम में बी.के. प्रहलाद, आशीष प्रताप सिंह, संजय कट्टहल सहित अन्य सभी ने भी अपनी शुभकामनाएं रखीं।

तथा कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं आभार बी.के ज्योति दीदी ने किया ।

कार्यक्रम में अनेकानेक श्रद्धालु उपस्थित थे |

 

 

 

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सीआरपीएफ संतुलित आहार

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सीआरपीएफ समूह केंद्र में क्षेत्रीय परिवार कल्याण केन्द्र के सहयोग से सेमिनार का आयोजन

ग्वालियर। सीआरपीएफ समूह केंद्र में क्षेत्रीय परिवार कल्याण केन्द्र के सहयोग से एक सेमिनार व वक्तव्य का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समूह केन्द्र के तानसेन क्लब में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डाईटीशियन सौम्या चड्ढा, ब्रह्माकुमारीज संस्थान से प्रेरक वक्ता बी के प्रहलाद भाई उपस्थित थे।
इस अवसर पर क्षेत्रीय कावा अध्यक्षा श्रीमती सुनीता निगम, श्रीमती भावना गुप्ता, डिप्टी कमांडेंट दिलाबर सिंह, श्रीमती गीता, श्रीमती आशा सहित क्षेत्रीय कावा के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
केन्द्र में निवासरत महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता व उनको लाभान्वित करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा पोषण एवं अंधत्व नियंत्रण के विषय पर चर्चा की गयी
मुख्य आहार विशेषज्ञ सौम्या चड्ढा नें सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारा आहार इस तरह का हो जिसमें वह सभी पोषक तत्व आ जाए जो शरीर के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि लें। थाली में अनाज, दाल/ प्रोटीन, सब्जी, फल, दूध, दही जैसी चीजें शामिल करें। समय पर भोजन करें, सीजनल फल और सब्जियां लें, दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी पिएं, शारीरिक व्यायाम करें या कम से कम 30 मिनिट पैदल चलें, जरूरत से ज्यादा भोजन न करें।
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मेडिटेशन विशेषज्ञ बीके प्रहलाद भाई एवं बीके सुरभि नें सभी को मन को स्वस्थ्य रखने के लिए टिप्स दिए एवं राजयोग ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि राजयोग ध्यान करने से अनेक लाभ होते है। जैसे – यह तनाव कम करता है, मन को शांति और स्थिरता देता है, गुस्सा, चिंता और नकारात्मक सोच को घटाता है, एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाता है, नींद की गुणवत्ता में सुधार लाता है। यह सब ठीक है तो शारीरिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।
सेमिनार में ग्रुप केन्द्र के सैंकड़ों कार्मिकों एवं इस ग्रुप केन्द्र में निवासरत महिलाओं द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया। सेमिनार के अंत में क्षेत्रीय कावा अध्यक्षा श्रीमती सुनीता निगम द्वारा डाईटीशियन सौम्या चड्ढा एवं बी के प्रहलाद भाई को स्मृति चिन्ह भेंट किए एवं विशेषज्ञों द्वारा इस विषय पर महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धन करने हेतु धन्यवाद एवं आभार व्‍यक्‍त किया।

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खुशनुमा और स्वस्थ जीवन (एसएएफ 13 बटालियन)

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प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा 13वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ 13 बटालियन) में “तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर एक प्रेरणादायक सत्र आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य लोगों को मानसिक शांति, सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रेरक वक्ता एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई तथा ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी उपस्थित थीं।
इस अवसर पर एस ए एफ 13 बटालियन से प्रभारी सेनानी अनुराग पांडे, सहायक सेनानी, गुलबाग सिंह, डॉक्टर ओ पी वर्मा निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह भदोरिया, निरीक्षक, धर्मेंद्र वर्मा, निरीक्षक मुकेश परिहार, निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह भदौरिया, निरीक्षक जादौन, निरीक्षक राय सिंह जयंत, समस्त पी टी एस स्टाफ एवं 350 से अधिक प्रशिक्षणार्थी सहित ब्रह्माकुमारीज से बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके पवन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के तेज रफ़्तार जीवन में तनाव हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। जिसकी वजह से हमारे जीवन में काफी उतार चढाव आते है। इन सबसे छूटने के लिए तनाव का सही ढंग से प्रबंधन करना ही खुशनुमा और स्वस्थ जीवन जीने की कला है। यदि तनाव पर नियंत्रण न हो तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ को प्रभावित करता है। इसके लिए कुछ सरल उपाय अपनाकर हम संतुलित, आनंदमय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि – सकारात्मक सोच विकसित करें, हर परिस्थिति में अच्छा पक्ष देखने का प्रयास करें, नकारात्मक विचारों से दूर रहें, योग और ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाये, रोजाना 15 से 20 मिनिट ध्यान करें जिससे मन स्थिर रहता है एवं मानसिक शांति भी मिलती है, प्राणायाम और योगासन से शरीर स्वस्थ्य रहता है, 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें, संतुलित भोजन लें, नशे से दूरी बनाकर रखें, जंक फ़ूड से बचें, व्यवस्थित दिनचर्या बनायें, कोई न कोई रोज अच्छी पुस्तक पढ़ने की आदत डालें, कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह का दवाव आता है तो घबरायें नहीं, परिवार के साथ समय विताएं, हर कार्य को एक खेल की तरह से लें।
बीके प्रहलाद भाई नें अनेकानेक रचनात्मक गतिविधि भी कराई जिससे सभी का मन हल्का हुआ और उमंग उत्साह भी बढ़ा। और दिन कि शुरुआत किस तरह से करें वह भी बताया।
कार्यक्रम में बीके आदर्श दीदी नें कहा कि तनाव को दूर करने के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम, सकारात्मक चिंतन और समय प्रबंधन जैसे उपाय बेहद प्रभावी हैं। पर्याप्त नींद और रुचियों के लिए समय निकालना जीवन को सुखद और तनावमुक्त बना सकता है साथ ही कहा कि तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है यदि हम स्वस्थ दिनचर्या और आत्म नियंत्रण को अपनाएं तो जीवन अधिक खुशनुमा और आनंदमय बन सकता है। दीदी नें सभी को राजयोग ध्यान की विधि बताई तथा सभी को उसके फायदे बताते हुए अभ्यास भी कराया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वस्थ दिनचर्या, योग ध्यान और सकारात्मक सोच को अपनायेंगे और परिवार एवं समाज के प्रेरणास्त्रोत बनेगें।
कार्यक्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉ ओपी वर्मा ने बताया कि तनाव आता है तो लोग आसानी से नशे की तरफ भागते है जबकि वह समाधान नहीं है। समाधान के लिए हमें ब्रह्माकुमारीज़ जैसे आध्यात्मिक संस्थानों से जुड़कर ध्यान के माध्यम में हमें अपने को सकारात्मक बनाना चाहिए। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारियों नें भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में संस्थान के लोंगो का अभिनन्दन करते हुए पौधे भेंट किए गए।

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी(न्यूज़ कवरेज)

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