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Indraganj Lashkar

87 वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती के उपलक्ष्य में शिव ध्वजारोहण का आयोजन (17-02-2023)

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87 वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती के उपलक्ष्य में शिव ध्वजारोहण का आयोजन

लश्कर ग्वालियर  : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा आज 87वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती (महाशिवरात्रि) के उपलक्ष्य में शिव ध्वजारोहण का कार्यक्रम स्थानीय सेवा केंद्र संगम भवन में आयोजित किया गया | कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिजनेसमैन एवं समाज सेवी श्री पीताम्बर लोकवानी, फालका बाजार चर्च से फादर पवन डेविड, श्री राजू फ़्रांसिस, ब्रह्माकुमारी लश्कर की मुख्य प्रभारी राजयोगिनी आदर्श दीदी, बी.के. डॉ. गुरचरण सिंह, बी. के. प्रह्लाद भाई उपस्थित थे |

कार्यक्रम के शुभारम्भ में ब्रह्माकुमार प्रह्लाद भाई ने कहा कि यह परमात्मा के दिव्य अवतरण का यादगार महाशिवरात्रि पर्व है इस पर हमें अपनी कमी कमजोरियां एवं बुराइयों का परमात्मा पिता को अर्पण कर उनसे दिव्य शक्तियों का वरदान लेकर स्वयं में धारण करना है |

कार्यक्रम में पधारे श्री पीतांबर लोकवानी ने सभी को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि हमारे घर में आपस में संबोधन ही जय भोले करके किया जाता है और परमात्मा शिव की याद से जब हम कोई कार्य की शुरुवात करते है तो निश्चित ही हमें सफलता प्राप्त होती है|

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री राजू फ्रांसिस ने कहा कि हम सभी अनेक प्रकार के सामाजिक कार्य जैसे कि स्कूल बनाना हॉस्पिटल आदि बनाना यहां वहां सभी कर रहे हैं अनेक प्रकार के बड़े बड़े कार्यक्रम आयोजन हो रहे हैं परंतु एक कमी जो महसूस की जा रही है वह है शांति की और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में आकर हमें वह शांति का अनुभव होता है जिसे हमें अपने जीवन के हर क्षेत्र में लागू करना है| और इसके लिए उन्होंने संस्थान का दिल से धन्यवाद दिया|

कार्यक्रम में पधारे हुए फादर पवन डेविड ने भी सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि परमपिता परमेश्वर ने हमें रचा उन्होंने कोई भेद भाव नहीं किया, इस सृष्टि पर सभी को सामान रूप से नर नारी का दर्जा दिया हम सभी उस पिता परमात्मा की संतान है हमारा धर्म अलग हो सकता है, मानने का विचार अलग हो सकता है| परंतु हमारा जो चाल चलन है विचार है वो एक है, शरीर की संरचना सबकी एक है, सभी ईश्वर के बनाये हुए है | जब हम इस संस्था में आते है शांति को पाने के लिए वहीँ शांति मुझे सब जगह फैलानी है |

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी ने सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएँ दी और कहा कि यह वह समय है जिस समय पिता परमात्मा इस धरा पर अवतरित होकर हमें दुखों से छुडाते है तथा सुख शांति का वर्सा देते है | जिसका यादगार हम महाशिवरात्रि मना रहे हैं| जिनका यादगार भारतवर्ष में द्वादश ज्योतिर्लिंग के रूप में है| परमात्मा ज्योति स्वरुप है, निराकार है, जन्म मरण से न्यारे है, दुःख हर्ता सुख कर्ता है, उन पर अक धतुरा चढ़ाना अर्थात् काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार जो जहर के समान है इनको परमात्मा पर अर्पण करना तथा अपने जीवन को दिव्यगुणों से सजाना है| आपने कार्यक्रम के पश्चात सभी को राजयोग ध्यान के माध्यम से परमात्मा की याद और गहन शांति का अनुभव कराया|

तत्पश्चात शिव ध्वजारोहण कर संस्थान के द्वारा महाशिवरात्रि को 87वीं त्रिमूर्ति शिवजयंती के रूप में मनाया गया| जो कि परमपिता परमात्मा शिव के अवतरण का सूचक है| कार्यक्रम के अंत में सभी भाई बहनों को प्रतिज्ञा भी कराई गई जहां हमें स्वच्छता का ध्यान रखना है विकारों से मुक्त रहना है और सभी को सहयोग देना है ताकि हम अपने जीवन को दिव्य श्रेष्ठ बना सकें | स्वयं की संपन्नता से देश की संपन्नता में सहयोग देने का दृढ़ संकल्प किया |

कार्यक्रम में जगदीश मकरानी, संतोष बंसल, माधवी, दीपा, बी.एम्.सोनी, आर.एस. वर्मा, पवन, रौशनी, जया, दिनेश, पंकज, भगवानदास, रीता, ममता सहित अनेकानेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे |

कार्यक्रम का कुशल संचालन बी. के. प्रह्लाद ने किया तथा आभार प्रदर्शन बी. के. डॉ. गुरचरण सिंह किया |

 

 

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म.प्र. के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने ‘सामाजिक समरसता’ कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों को शॉल ओढ़ाकर किया सम्मानित

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Gwalior : म.प्र. के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी, भारत सरकार के केंद्रीय संचार मंत्री माननीय श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, म.प्र. विधानसभा अध्यक्ष माननीय श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने ग्वालियर के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार, कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित सामाजिक समरसता’ कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। जिसमें ब्रह्माकुमारी रोशनी, ब्रह्माकुमारी सुरभि, बीके डॉ.गुरचरण सिंह को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रदेश के अनेकानेक कैबिनेट मंत्री गण, सांसद, विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

इस अवसर पर बीके रोशनी, बीके सुरभि, बीके डॉ.गुरचरण सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी का अभिनंदन करते हुए उन्हें ईश्वरीय सौगात भेंट की।

कार्यक्रम में शहर से अनेकानेक सम्माननीय धर्मगुरु, धार्मिक संस्थान, सामाजिक संस्थान से तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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बाल व्यक्तित्व विकास शिविर

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ब्रह्माकुमारीज केंद्र पर तीन दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का हुआ शुभारंभ

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बच्चों में प्रेम, दया, क्षमा, आत्मविश्वास, सहनशीलता जैसे गुणों का विकास बहुत आवश्यक – आदर्श दीदी

जो बच्चे आज्ञाकारी होते है उन्हें सभी की दुवाएं एवं स्नेह मिलता है – प्रहलाद भाई

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाऊंडेशन के युवा प्रभाग और शिक्षा प्रभाग के द्वारा माधवगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में तीन दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ हुआ।
इस शिविर में बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए आध्यात्मिकता, नैतिक शिक्षा, व्यवहारिक ज्ञान और सकारात्मक सोच आदि विषयों को रचनात्मक ढंग से बताया जायेगा।
शिविर के शुभारंभ में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित मोटिवेशनल स्पीकर एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई ने नए सभी बच्चों को मोटिवेट करते हुए मजेदार शिक्षाप्रद कहानियाँ सुनाकर शिविर की शुरुआत की। उन्होंने एक रचनात्मक एक्टिविटी के माध्यम से शिविर में उपस्थित बच्चों को सिखाया कि हमें ध्यान से सुनना चाहिए। क्योकि ध्यान से सुनने का बहुत महत्व है। जबकि सुनने से ज्यादा हम देखकर कर्म करते है, हम जैसा देखते है वैसा हम बनते चले जाते है। यदि हम कुछ गलत चीजों को देखते है या हमारे सामने कोई गलती कर रहा है तो उसका प्रभाव भी हमारे जीवन पर पड़ता है। इसलिए हमेशा टीवी या मोबाईल पर कुछ देखते है तो अच्छा ही देखे।
उन्होंने कहा कि अच्छे गुणों और संस्कारों का बीज बोने का यह सही समय है। इस समय अंदर लचीलापन होता है। सही शब्दों में कहा जाए तो व्यक्तित्व का निर्माण और जीवन को दिशा देने का काम इसी समयावधि में हो सकता है। हम जैसा बनना चाहें वैसा अपने को बना सकते हैं। आजकल कई बच्चे अपना कीमती समय मोबाइल पर नष्ट कर रहे हैं। अभिभावक और शिक्षक चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इस समय में मोबाईल का ज्यादा उपयोग करना हमारे लिए बहुत नुकशान दायक है । मोबाईल हमारी सुविधा के लिए है पढ़ाई आदि के लिए ही हम इसे थोडा बहुत उपयोग कर सकते है। बांकी और और चीजों में हमें नहीं जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सभी बच्चो को प्रातः सूर्योदय से पहले जाग जाना चाहिए तथा रात्रि को जल्दी सोना चाहिए। देर रात तक नहीं जागना चाहिए। सभी बच्चों को अपने माता पिता कहना मानना चाहिए। हरेक माता पिता अपने बच्चों की भलाई के लिए ही उन्हें समझाते है कभी भी माता पिता से नाराज नहीं होना चाहिए। जो बच्चे आज्ञाकारी होते है उन्हें सभी की दुवाएं एवं स्नेह मिलता है। और वह जीवन में आगे बढ़ते जाते है। इस पर एक रोचक कहानी भी बच्चों को सुनाई।
आगे भाई जी ने बच्चों को मन बुद्धि और संस्कार के बारे में बताया कि कैसे हम अच्छा सोचकर अपने अन्दर अच्छी आदतों को डाल सकते है। और अपनी ख़राब आदतों को छोड़ सकते है।


कार्यक्रम में बच्चो को मेडिटेशन (ध्यान) की सरल विधि सिखाई गई साथ ही ध्यान का अभ्यास भी कराया गया।
इस अवसर पर केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हम थोडा समय पढ़ाई से पूर्व या कोई कार्य करने से पूर्व राजयोग ध्यान का अभ्यास करते है। अथवा परमात्मा को याद करते है तो हमें सफलता अवश्य मिलती है, साथ ही हमारी एकाग्रता भी बढती है। दीदी ने आगे कहा कि हमें इतना सुंदर जीवन मिला है तो उसके लिए हमें ईश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहिए, साथ ही उन सभी का शुक्रिया करना चाहिए जो हमारे जीवन को अच्छा बनाने में हमारे मददगार है जैसे माता-पिता एवं गुरुजन आदि।
दीदी ने आगे बताया कि बच्चों में प्रेम, दया, क्षमा, आत्मविश्वास और सहनशीलता जैसे गुणों का विकास बहुत आवश्यक है। यह शिविर निश्चित ही बच्चों में दिव्य गुणों की धारणा और चारित्रिक विकास में मददगार साबित होगा। जो बच्चे बचपन से ही आध्यात्मिक शिक्षा और नैतिक शिक्षा और व्यवहारिक शिक्षा से जुड़ते है, तो वह न केवल बड़े होकर एक अच्छे नागरिक बनते है, बल्कि समाज और विश्व के लिए भी एक प्रेरणा और आदर्श बनकर उभरते है।
अंत में शिक्षाप्रद गेम भी खिलाये गए जिसका बच्चों ने आनंद लिया|
इस अवसर पर बीके जीतू, बीके सुरभि, बीके रोशनी, रीता मिड्ढा सहित अनेकानेक बच्चो के पैरेंट्स भी उपस्थित थे।

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