Connect with us

Indraganj Lashkar

तीन दिवसीय पॉजिटिव थिंकिंग एवं मेडिटेशन पर कार्यक्रम संपन्न

Published

on

तीन दिवसीय पॉजिटिव थिंकिंग एवं मेडिटेशन पर कार्यक्रम संपन्न –

ग्वालियर : सुप्रीम इंडस्ट्रीज़ लि. मालनपुर ग्वालियर के द्वारा तीन दिवसीय मेडिटेशन और पॉजिटिव थिंकिंग पर कार्यक्रम आयोजित किया | कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय लश्कर ग्वालियर से राजयोग मैडिटेशन एक्सपर्ट एवं मोटिवेशनल स्पीकर बी.के. प्रहलाद भाई जी को आमंत्रित किया गया l

 शिविर के पहले दिन बी.के. प्रहलाद भाई जी ने सभी को बताया कि  वर्तमान समय की बात की जाए तो लोगों के चेहरे से खुशी गुम होती जा रही है उसकी जगह आज लोग क्रोध या तनाव में ज़्यादा दिखाई देने लगे हैं । आज हर व्यक्ति खुश तो रहना चाहता है लेकिन रह नहीं पाता | सदैव खुश रहने के लिए तीन बातों की जानकारी होना आवश्यक है : मैं कौन हूँ?  कहाँ से आया हूँ ? और यह वर्ल्ड ड्रामा क्या है ? इसी के साथ उन्होंने कहा कि परेशानियाँ , तकलीफें, परिस्थितियां हर एक के जीवन में आती  रहेंगी लेकिन हमें पॉजिटिव रहकर सबका सामना करना उसके लिए ज़रूरी है कुछ समय स्वयं के साथ बैठे खुद को पॉजिटिव विचारों से भरपूर करें तो कुछ ही दिन में आप स्वयं में सकारात्मकता का अनुभव करने लग जायेंगे l

शिविर के दूसरे दिन ब्रह्माकुमार प्रह्लाद भाई जी ने सभी को बताया की आज मनुष्य अपने गुणों और शक्तियों को भूल गए हैं और यह ज्ञान किसी को भी नही है की हम सभी लोग कितने सारे  गुणों से भरपूर हैं  बस ज़रूरत है उन्हें पहचानने की और उन्हें प्रयोग में लाने की |

हमारी आत्मा के अन्दर सात गुण हैं –

  • ज्ञान
  • पवित्रता
  • शांति
  • प्रेम
  • खुशी
  • आनंद
  • शक्ति

जब इन गुण और शक्तियों का लेवल हमारे जीवन में सौ प्रतिशत होता है तो सभी मानसिक , शारीरिक और सामाजिक रूप से स्वयं को स्वस्थ और भरपूर समझते हैं और आन्तरिक रूप से ख़ुशी और शांति का अनुभव करते हैं इसी के साथ दूसरो के भी सहयोगी बनते हैं परन्तु जब यह लेवल घटता जाता है तो हमारी  सामने वाले से अपेक्षाएं बढती जाती हैं और फिर चिंता या तनाव होना स्वाभाविक है इसलिए अपने जीवन में राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करने की नियमित रूप से आदत डाले अपने आप को सुप्रीम पावर से कनेक्ट कर स्वयं को शक्तियों और गुणो से भरपूर करें |

शिविर के तीसरे दिन उन्होंने सभी को राजयोग मेडिटेशन के बारे में बताया कि मैडिटेशन एक बहुत सरल और सहज विधि है जिसमे हम अपने मन के द्वारा चिंतन करते हैं और बुद्धि के द्वारा उसको चित्रित करते हैं ऐसा करने से हम अपने मन और बुद्धि को एकाग्र कर सकते हैं हमारा कनेक्शन सहज ही ईश्वर से जुड़ जाता है| उसकी शक्तियां हमें  मिलने लगती है और उसकी याद से हम अपने हर कार्य को सफलता पूर्वक कर सकते है |

कार्यक्रम के अंत में सभी को राजयोग मैडिटेशन भी करवाया जिससे सभी को  गहन शांति की अनुभूति हुई|

 

 

Indraganj Lashkar

सीआरपीएफ संतुलित आहार

Published

on

सीआरपीएफ समूह केंद्र में क्षेत्रीय परिवार कल्याण केन्द्र के सहयोग से सेमिनार का आयोजन

ग्वालियर। सीआरपीएफ समूह केंद्र में क्षेत्रीय परिवार कल्याण केन्द्र के सहयोग से एक सेमिनार व वक्तव्य का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समूह केन्द्र के तानसेन क्लब में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डाईटीशियन सौम्या चड्ढा, ब्रह्माकुमारीज संस्थान से प्रेरक वक्ता बी के प्रहलाद भाई उपस्थित थे।
इस अवसर पर क्षेत्रीय कावा अध्यक्षा श्रीमती सुनीता निगम, श्रीमती भावना गुप्ता, डिप्टी कमांडेंट दिलाबर सिंह, श्रीमती गीता, श्रीमती आशा सहित क्षेत्रीय कावा के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
केन्द्र में निवासरत महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता व उनको लाभान्वित करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा पोषण एवं अंधत्व नियंत्रण के विषय पर चर्चा की गयी
मुख्य आहार विशेषज्ञ सौम्या चड्ढा नें सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारा आहार इस तरह का हो जिसमें वह सभी पोषक तत्व आ जाए जो शरीर के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि लें। थाली में अनाज, दाल/ प्रोटीन, सब्जी, फल, दूध, दही जैसी चीजें शामिल करें। समय पर भोजन करें, सीजनल फल और सब्जियां लें, दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी पिएं, शारीरिक व्यायाम करें या कम से कम 30 मिनिट पैदल चलें, जरूरत से ज्यादा भोजन न करें।
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मेडिटेशन विशेषज्ञ बीके प्रहलाद भाई एवं बीके सुरभि नें सभी को मन को स्वस्थ्य रखने के लिए टिप्स दिए एवं राजयोग ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि राजयोग ध्यान करने से अनेक लाभ होते है। जैसे – यह तनाव कम करता है, मन को शांति और स्थिरता देता है, गुस्सा, चिंता और नकारात्मक सोच को घटाता है, एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाता है, नींद की गुणवत्ता में सुधार लाता है। यह सब ठीक है तो शारीरिक स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।
सेमिनार में ग्रुप केन्द्र के सैंकड़ों कार्मिकों एवं इस ग्रुप केन्द्र में निवासरत महिलाओं द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया। सेमिनार के अंत में क्षेत्रीय कावा अध्यक्षा श्रीमती सुनीता निगम द्वारा डाईटीशियन सौम्या चड्ढा एवं बी के प्रहलाद भाई को स्मृति चिन्ह भेंट किए एवं विशेषज्ञों द्वारा इस विषय पर महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धन करने हेतु धन्यवाद एवं आभार व्‍यक्‍त किया।

Continue Reading

Indraganj Lashkar

खुशनुमा और स्वस्थ जीवन (एसएएफ 13 बटालियन)

Published

on

प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा 13वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ 13 बटालियन) में “तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर एक प्रेरणादायक सत्र आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य लोगों को मानसिक शांति, सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रेरक वक्ता एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई तथा ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी उपस्थित थीं।
इस अवसर पर एस ए एफ 13 बटालियन से प्रभारी सेनानी अनुराग पांडे, सहायक सेनानी, गुलबाग सिंह, डॉक्टर ओ पी वर्मा निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह भदोरिया, निरीक्षक, धर्मेंद्र वर्मा, निरीक्षक मुकेश परिहार, निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह भदौरिया, निरीक्षक जादौन, निरीक्षक राय सिंह जयंत, समस्त पी टी एस स्टाफ एवं 350 से अधिक प्रशिक्षणार्थी सहित ब्रह्माकुमारीज से बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके पवन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के तेज रफ़्तार जीवन में तनाव हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। जिसकी वजह से हमारे जीवन में काफी उतार चढाव आते है। इन सबसे छूटने के लिए तनाव का सही ढंग से प्रबंधन करना ही खुशनुमा और स्वस्थ जीवन जीने की कला है। यदि तनाव पर नियंत्रण न हो तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ को प्रभावित करता है। इसके लिए कुछ सरल उपाय अपनाकर हम संतुलित, आनंदमय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि – सकारात्मक सोच विकसित करें, हर परिस्थिति में अच्छा पक्ष देखने का प्रयास करें, नकारात्मक विचारों से दूर रहें, योग और ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाये, रोजाना 15 से 20 मिनिट ध्यान करें जिससे मन स्थिर रहता है एवं मानसिक शांति भी मिलती है, प्राणायाम और योगासन से शरीर स्वस्थ्य रहता है, 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें, संतुलित भोजन लें, नशे से दूरी बनाकर रखें, जंक फ़ूड से बचें, व्यवस्थित दिनचर्या बनायें, कोई न कोई रोज अच्छी पुस्तक पढ़ने की आदत डालें, कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह का दवाव आता है तो घबरायें नहीं, परिवार के साथ समय विताएं, हर कार्य को एक खेल की तरह से लें।
बीके प्रहलाद भाई नें अनेकानेक रचनात्मक गतिविधि भी कराई जिससे सभी का मन हल्का हुआ और उमंग उत्साह भी बढ़ा। और दिन कि शुरुआत किस तरह से करें वह भी बताया।
कार्यक्रम में बीके आदर्श दीदी नें कहा कि तनाव को दूर करने के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम, सकारात्मक चिंतन और समय प्रबंधन जैसे उपाय बेहद प्रभावी हैं। पर्याप्त नींद और रुचियों के लिए समय निकालना जीवन को सुखद और तनावमुक्त बना सकता है साथ ही कहा कि तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है यदि हम स्वस्थ दिनचर्या और आत्म नियंत्रण को अपनाएं तो जीवन अधिक खुशनुमा और आनंदमय बन सकता है। दीदी नें सभी को राजयोग ध्यान की विधि बताई तथा सभी को उसके फायदे बताते हुए अभ्यास भी कराया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वस्थ दिनचर्या, योग ध्यान और सकारात्मक सोच को अपनायेंगे और परिवार एवं समाज के प्रेरणास्त्रोत बनेगें।
कार्यक्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉ ओपी वर्मा ने बताया कि तनाव आता है तो लोग आसानी से नशे की तरफ भागते है जबकि वह समाधान नहीं है। समाधान के लिए हमें ब्रह्माकुमारीज़ जैसे आध्यात्मिक संस्थानों से जुड़कर ध्यान के माध्यम में हमें अपने को सकारात्मक बनाना चाहिए। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारियों नें भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में संस्थान के लोंगो का अभिनन्दन करते हुए पौधे भेंट किए गए।

Continue Reading

Indraganj Lashkar

तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी(न्यूज़ कवरेज)

Published

on

Continue Reading

Brahmakumaris