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Indraganj Lashkar

 विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर हॉस्पिटल में कार्यक्रम का आयोजन (04.02.2022)

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 विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर हॉस्पिटल में कार्यक्रम का आयोजन

ग्वालियर :  आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सहयोगी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के मेडिकल विंग द्वारा विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर हॉस्पिटल ग्वालियर के सहयोग से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया | जिसका उद्देश्य था सभी को कैंसर के बारे में शिक्षित करना एवं जागरूकता बढाकर प्रतिवर्ष होने वाली लाखों लोगों को मृत्यु से बचाना |

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉ. बी. आर. श्रीवास्तव, ब्रह्माकुमारीज लशकर केंद्र इंचार्ज बी.के.आदर्श दीदी, तानसेन नगर सेवाकेंद्र से बी.के. डॉ अंजलि, बी.के.डॉ गुरचरण,  बी.के. प्रहलाद सहित अनेक भाई एव बहने उपस्थित रहे |

बी.के. डॉ. गुरचरण  भाई  ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का स्वागत अभिनन्दन किया और सभी को बताया कि  यदि हमारे जीवन में कोई दुःख बीमारी या तकलीफ आती है तो हमें कभी भी नकारात्मक नहीं सोचना चाहिए  वल्कि सकारात्मक ही सोचना चाहिए क्योकिं कोई भी परिस्थिति या बीमारी तब ज्यादा प्रभाव जब हम निराश – हताश हो जाते हैं घबरा जाते हैं और ये सोचने लग जाते हैं की अब क्या होगा तो इन संकल्पों को समाप्त कर उस ईश्वर पर भरोसा रखें की मेरे साथ जो होगा वो बहुत अच्छा होगा | तो आज से हम ये संकल्प लें कि हम हर परिस्थिति में खुश रहेंगे | अपने लिए और अन्य सभी के लिए सदैव अच्छा ही सोचेंगे |

तत्पश्चात बी.के.आदर्श दीदीजी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए बताया कि आज हम देखते हैं की हर एक मनुष्य बीमारियों में घिरा हुआ है क्योकि दिन प्रतिदिन चिंताएं, दुःख बढ़ते जा रहे हैं और उसी के साथ खान पान भी अशुद्ध होता चला गया है | कई लोग तरह तरह के व्यसनों के भी शिकार है | एक समय था जब इतनी सारी बीमारियाँ नहीं थी मनुष्य इस प्रकार बीमार नहीं पढता था | अब यदि वह स्वस्थ्य रहना चाहते है तो व्यसनों को बुरइयो को छोड़े, अपना खानपान शुद्ध रखे, शारीरिक व्यायाम करे, थोडा समय ध्यान करें अर्थात परमपिता परमात्मा के साथ अपने मन की तार जोड़ें तो हमारा मनोबल शक्तिशाली बनेगा और हम स्वस्थ रह सकेंगे | क्योकि ये बहुत बड़ी शक्ति है हमारे पास जिससे हम बड़े – बड़े असंभव कार्यों को भी संभव कर सकते हैं | परन्तु इसी के साथ समय पर अपना स्वास्थ्य का परिक्षण कराएँ यदि कोई बीमारी आती है तो समय रहते डॉ. की सलाह लें और उचित मेडिसिन लेकर अपने को स्वस्थ्य रखें |

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ बी. आर. श्रीवास्तव  ने बताया कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो दिन प्रतिदिन बढती जा रही है इसलिए आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है| सभी में इसके प्रति  जागरूकता बढ़ सके और इस बीमारी से कम से कम लोग घ्रसित हो | इस बीमारी मे प्रत्येक मनुष्य शारीरिक परेशानी का तो सामना करता है ही उसी के साथ साथ आर्थिक एवं मानसिक परेशानी का सामना भी करता है परन्तु इलाज के साथ  इसका एक बहुत ही ज़रूरी पहलू भी है और वो यह है कि जो भी व्यक्ति इस बीमारी से ग्रिसित होता है वह एक दम निराश ना हो और ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक चिंतन करें क्योकि लोग तो आपसे नकारात्मक बातें करेंगे परन्तु ज़रूरत है अपने मनोबल को शक्तिशाली रखने की , निराशा को आशा में परिवर्तन करने की , अँधेरे में भी ज्योति की किरन जलाये तो आप अवश्य ही ठीक हो जायेंगे |

कार्यक्रम मे आगे बी.के.डॉ.अंजलि  ने सभी को बताया की आज हमारे जीवन में दुआएं बहुत बड़ा और एक अहम हिस्सा है  | अगर हम सभी किसी को कुछ नहीं दे सकते लेकिन हमारे संपर्क में आने वाले हर एक मनुष्य को दुआएं तो दे ही सकते हैं , सबके  प्रति एक अच्छी सोच तो रख ही सकते हैं की सभी लोग सुखी रहे, स्वस्थ रहे इसमें तो खर्चे आदि की भी कोई बात नहीं | क्योकि हम सभी ने कई बार सुना है जब दवाईयां भी काम नहीं करती तो दुआएं करती हैं परन्तु अगर हमे सभी की दुआएं  चाहिए तो उसके लिए हमे सबसे पहले दुआएं देना शुरू करना पड़ेगा क्योकि जो देंगे वो ही हमे वापिस मिलता है |

कार्यक्रम के अंत में सभी को एक वरदान कार्ड दिया गया जिसमें स्वस्थ्य रहनें के लिए सकारत्मक विचार लिखे हुए थे | साथ ही सभी को राजयोग ध्यान की अनुभूति भी कराई गई |  तत्पश्चात सभी को प्रसाद वितरित किया|

कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं सभी का आभार बी. के. प्रहलाद भाई के द्वारा किया गया |

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म.प्र. के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने ‘सामाजिक समरसता’ कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों को शॉल ओढ़ाकर किया सम्मानित

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Gwalior : म.प्र. के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी, भारत सरकार के केंद्रीय संचार मंत्री माननीय श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, म.प्र. विधानसभा अध्यक्ष माननीय श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने ग्वालियर के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार, कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित सामाजिक समरसता’ कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। जिसमें ब्रह्माकुमारी रोशनी, ब्रह्माकुमारी सुरभि, बीके डॉ.गुरचरण सिंह को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रदेश के अनेकानेक कैबिनेट मंत्री गण, सांसद, विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

इस अवसर पर बीके रोशनी, बीके सुरभि, बीके डॉ.गुरचरण सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी का अभिनंदन करते हुए उन्हें ईश्वरीय सौगात भेंट की।

कार्यक्रम में शहर से अनेकानेक सम्माननीय धर्मगुरु, धार्मिक संस्थान, सामाजिक संस्थान से तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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बाल व्यक्तित्व विकास शिविर

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ब्रह्माकुमारीज केंद्र पर तीन दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का हुआ शुभारंभ

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बच्चों में प्रेम, दया, क्षमा, आत्मविश्वास, सहनशीलता जैसे गुणों का विकास बहुत आवश्यक – आदर्श दीदी

जो बच्चे आज्ञाकारी होते है उन्हें सभी की दुवाएं एवं स्नेह मिलता है – प्रहलाद भाई

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाऊंडेशन के युवा प्रभाग और शिक्षा प्रभाग के द्वारा माधवगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में तीन दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ हुआ।
इस शिविर में बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए आध्यात्मिकता, नैतिक शिक्षा, व्यवहारिक ज्ञान और सकारात्मक सोच आदि विषयों को रचनात्मक ढंग से बताया जायेगा।
शिविर के शुभारंभ में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित मोटिवेशनल स्पीकर एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई ने नए सभी बच्चों को मोटिवेट करते हुए मजेदार शिक्षाप्रद कहानियाँ सुनाकर शिविर की शुरुआत की। उन्होंने एक रचनात्मक एक्टिविटी के माध्यम से शिविर में उपस्थित बच्चों को सिखाया कि हमें ध्यान से सुनना चाहिए। क्योकि ध्यान से सुनने का बहुत महत्व है। जबकि सुनने से ज्यादा हम देखकर कर्म करते है, हम जैसा देखते है वैसा हम बनते चले जाते है। यदि हम कुछ गलत चीजों को देखते है या हमारे सामने कोई गलती कर रहा है तो उसका प्रभाव भी हमारे जीवन पर पड़ता है। इसलिए हमेशा टीवी या मोबाईल पर कुछ देखते है तो अच्छा ही देखे।
उन्होंने कहा कि अच्छे गुणों और संस्कारों का बीज बोने का यह सही समय है। इस समय अंदर लचीलापन होता है। सही शब्दों में कहा जाए तो व्यक्तित्व का निर्माण और जीवन को दिशा देने का काम इसी समयावधि में हो सकता है। हम जैसा बनना चाहें वैसा अपने को बना सकते हैं। आजकल कई बच्चे अपना कीमती समय मोबाइल पर नष्ट कर रहे हैं। अभिभावक और शिक्षक चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इस समय में मोबाईल का ज्यादा उपयोग करना हमारे लिए बहुत नुकशान दायक है । मोबाईल हमारी सुविधा के लिए है पढ़ाई आदि के लिए ही हम इसे थोडा बहुत उपयोग कर सकते है। बांकी और और चीजों में हमें नहीं जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सभी बच्चो को प्रातः सूर्योदय से पहले जाग जाना चाहिए तथा रात्रि को जल्दी सोना चाहिए। देर रात तक नहीं जागना चाहिए। सभी बच्चों को अपने माता पिता कहना मानना चाहिए। हरेक माता पिता अपने बच्चों की भलाई के लिए ही उन्हें समझाते है कभी भी माता पिता से नाराज नहीं होना चाहिए। जो बच्चे आज्ञाकारी होते है उन्हें सभी की दुवाएं एवं स्नेह मिलता है। और वह जीवन में आगे बढ़ते जाते है। इस पर एक रोचक कहानी भी बच्चों को सुनाई।
आगे भाई जी ने बच्चों को मन बुद्धि और संस्कार के बारे में बताया कि कैसे हम अच्छा सोचकर अपने अन्दर अच्छी आदतों को डाल सकते है। और अपनी ख़राब आदतों को छोड़ सकते है।


कार्यक्रम में बच्चो को मेडिटेशन (ध्यान) की सरल विधि सिखाई गई साथ ही ध्यान का अभ्यास भी कराया गया।
इस अवसर पर केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हम थोडा समय पढ़ाई से पूर्व या कोई कार्य करने से पूर्व राजयोग ध्यान का अभ्यास करते है। अथवा परमात्मा को याद करते है तो हमें सफलता अवश्य मिलती है, साथ ही हमारी एकाग्रता भी बढती है। दीदी ने आगे कहा कि हमें इतना सुंदर जीवन मिला है तो उसके लिए हमें ईश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहिए, साथ ही उन सभी का शुक्रिया करना चाहिए जो हमारे जीवन को अच्छा बनाने में हमारे मददगार है जैसे माता-पिता एवं गुरुजन आदि।
दीदी ने आगे बताया कि बच्चों में प्रेम, दया, क्षमा, आत्मविश्वास और सहनशीलता जैसे गुणों का विकास बहुत आवश्यक है। यह शिविर निश्चित ही बच्चों में दिव्य गुणों की धारणा और चारित्रिक विकास में मददगार साबित होगा। जो बच्चे बचपन से ही आध्यात्मिक शिक्षा और नैतिक शिक्षा और व्यवहारिक शिक्षा से जुड़ते है, तो वह न केवल बड़े होकर एक अच्छे नागरिक बनते है, बल्कि समाज और विश्व के लिए भी एक प्रेरणा और आदर्श बनकर उभरते है।
अंत में शिक्षाप्रद गेम भी खिलाये गए जिसका बच्चों ने आनंद लिया|
इस अवसर पर बीके जीतू, बीके सुरभि, बीके रोशनी, रीता मिड्ढा सहित अनेकानेक बच्चो के पैरेंट्स भी उपस्थित थे।

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