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लश्कर ग्वालियर – राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर ब्रह्माकुमारीज नें किया डॉक्टर्स का सम्मान

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चिकित्सा सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि यह समाज के प्रति समर्पण और दायित्व का प्रतीक है – प्रहलाद भाई

यदि हम मन से स्वस्थ होंगे तो जीवन सुन्दर हो जायेगा – डॉ गुरचरण सिंह

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सहयोगी संस्था राजयोग एज्युकेशन एण्ड रिसर्च फाउंडेशन के मेडिकल विंग द्वारा आज राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर ओल्ड हाईकोर्ट लेन स्थित ब्रह्माकुमारीज संगम भवन केंद्र पर कार्यक्रम आयोजित कर शहर के वरिष्ठ चिकित्सको का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ग्वालियर की सेक्रेटरी डॉ स्नेहलता दुबे, वरिष्ठ फिजिशियन डॉ शैलेन्द्र सिंह भदौरिया, इंडियन ऑर्थोपेडिक सोसाइटी ग्वालियर ब्रांच के सेक्रेटरी डॉ आशीष दुबे (जोड़ एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ), यूरोलोजिस्ट डॉ रुस्तम सिंह कौरव, एनेस्थीसिया कंसल्टेंट डॉ मुकेश शर्मा, माहेश्वरी नर्सिंग होम मेडिकल डायरेक्टर डॉ स्वेता माहेश्वरी (सर्जन), एनेस्थीसिया कंसल्टेंट बीके डॉ गुरचरण सिंह, मोटिवेशन स्पीकर ब्रह्माकुमार प्रहलाद भाई उपस्थित थे।

कार्यक्रम के शुभारंभ में बीके डॉ गुरचरण सिंह ने सभी का स्वागत अभिनन्दन करते हुए चिकित्सक दिवस की शुभकामनायें दीं और संस्थान के मेडिकल विंग द्वारा देश भर में हो रही सेवाओं के वारे में बताया और कहा कि डॉक्टर्स तथा चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए लोगो के लिए पूरे देश में यह विंग कार्य करती है। जिसका उद्देश्य सभी को मन से स्वस्थ्य और शक्तिशाली बनाना तथा प्रोफेशन के साथ साथ जीवन को खुशहाल बनाना है।
यदि हम मन से स्वस्थ्य होंगे तो जीवन सुन्दर हो जायेगा।

तत्पश्चात बीके प्रहलाद ने सभी को चिकित्सक दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि चिकित्सा सिर्फ एक पेशा नहीं बल्कि यह समाज के प्रति समर्पण और दायित्व का प्रतीक है डॉक्टर जीवन रक्षक होने के साथ साथ समाज के आधार स्तंभ होते है। उनका सम्मान करना हम सबका नैतिक कर्तव्य है। कोविड -19 के दौरान डॉक्टरों का साहस और समर्पण देखने को मिला। ऐसे ही किसी भी अन्य आपदा के समय में भी या ग्रामीण क्षेत्रों में भी सेवा की बात हो तो डॉक्टर हमेशा समाज की भलाई के लिए तैयार रहते है। आज संस्थान की ओर से उनका सम्मान करना हमारे लिए गौरव की बात है।

कार्यक्रम में डॉ स्नेहलता दुबे, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ शैलेन्द्र सिंह भदौरिया, डॉ आशीष दुबे, डॉ रुस्तम सिंह कौरव, डॉ स्वेता माहेश्वरी ने भी सभा को सम्बोधित किया और कहा कि आज मानसिक शांति की जरूरत सभी को है। ब्रह्माकुमारीज संस्था इस दिशा में कार्य कर रही है, यह सराहनीय है। क्योकि आज देखने में रहा है कि अधिकतर लोग किसी न किसी बात की चिंता, भय, अशांति, अनिद्रा, दुःख, अशांति आदि से घिरे हुए हैं। और यह चीजें बीमारी का कारण बनती है, यदि मन स्वास्थ्य है, तो तन स्वस्थ भी हो जायेगा। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के समर्पित भाव से कार्य करने वाले लोग मन को स्वस्थ और सशक्त बनाने के लिए निस्वार्थ सेवा करते है। और हम लोग तन को स्वस्थ्य बनाने का कार्य करते है। इनके साथ जुड़कर कार्य करने से हमें भी ऊर्जा मिलती है। आज चिकित्सक दिवस पर हम सभी को यहाँ आमंत्रित किया गया। इससे पता चलता है, कि हम जो समाज के लिए कार्य करते है उसको ध्यान में रखा जाता हैं उसका सम्मान किया जाता है। तो हमको खुशी मिलती है, प्रेरणा मिलती है। हम ब्रह्माकुमारीज संस्थान को साधुवाद देते है जो हर क्षेत्र में जनजागृति हेतु कार्य करती हैं।

कार्यक्रम के अंत में सभी को अंग वस्त्र ओढाकर तथा ईश्वरीय उपहार (स्मृति चिन्ह) भेंट कर बीके प्रहलाद भाई, बीके डॉ गुरचरण सिंह, बीके महिमा बहन नें सभी का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर बीके पवन, बीके महिमा बहन, बीके सुरभि, रोशनी, जितेन्द्र, संतोष, नारायण, निशु, विनीत, योगेश, आरएस वर्मा, रवि, धर्मेन्द्र, माधवी, ममता, ऋतु, गीता, शोभा आदि उपस्थित थीं।

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी(न्यूज़ कवरेज)

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी

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24 सितंबर 2025

खुशनुमा और स्वस्थ जीवन के लिए तनाव प्रबंधन आवश्यक – बीके प्रहलाद भाई

एसएएफ 13 बटालियन में तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली विषय पर प्रेरणादायक सत्र आयोजित

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा 13वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ 13 बटालियन) में “तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर एक प्रेरणादायक सत्र आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य लोगों को मानसिक शांति, सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रेरक वक्ता एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई तथा ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी उपस्थित थीं।


इस अवसर पर एस ए एफ 13 बटालियन से प्रभारी सेनानी अनुराग पांडे, सहायक सेनानी, गुलबाग सिंह, डॉक्टर ओ पी वर्मा निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह भदोरिया, निरीक्षक, धर्मेंद्र वर्मा, निरीक्षक मुकेश परिहार, निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह भदौरिया, निरीक्षक जादौन, निरीक्षक राय सिंह जयंत, समस्त पी टी एस स्टाफ एवं 350 से अधिक प्रशिक्षणार्थी सहित ब्रह्माकुमारीज से बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके पवन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के तेज रफ़्तार जीवन में तनाव हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। जिसकी वजह से हमारे जीवन में काफी उतार चढाव आते है। इन सबसे छूटने के लिए तनाव का सही ढंग से प्रबंधन करना ही खुशनुमा और स्वस्थ जीवन जीने की कला है। यदि तनाव पर नियंत्रण न हो तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ को प्रभावित करता है। इसके लिए कुछ सरल उपाय अपनाकर हम संतुलित, आनंदमय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि – सकारात्मक सोच विकसित करें, हर परिस्थिति में अच्छा पक्ष देखने का प्रयास करें, नकारात्मक विचारों से दूर रहें, योग और ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाये, रोजाना 15 से 20 मिनिट ध्यान करें जिससे मन स्थिर रहता है एवं मानसिक शांति भी मिलती है, प्राणायाम और योगासन से शरीर स्वस्थ्य रहता है, 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें, संतुलित भोजन लें, नशे से दूरी बनाकर रखें, जंक फ़ूड से बचें, व्यवस्थित दिनचर्या बनायें, कोई न कोई रोज अच्छी पुस्तक पढ़ने की आदत डालें, कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह का दवाव आता है तो घबरायें नहीं, परिवार के साथ समय विताएं, हर कार्य को एक खेल की तरह से लें।
बीके प्रहलाद भाई नें अनेकानेक रचनात्मक गतिविधि भी कराई जिससे सभी का मन हल्का हुआ और उमंग उत्साह भी बढ़ा। और दिन कि शुरुआत किस तरह से करें वह भी बताया।


कार्यक्रम में बीके आदर्श दीदी नें कहा कि तनाव को दूर करने के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम, सकारात्मक चिंतन और समय प्रबंधन जैसे उपाय बेहद प्रभावी हैं। पर्याप्त नींद और रुचियों के लिए समय निकालना जीवन को सुखद और तनावमुक्त बना सकता है साथ ही कहा कि तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है यदि हम स्वस्थ दिनचर्या और आत्म नियंत्रण को अपनाएं तो जीवन अधिक खुशनुमा और आनंदमय बन सकता है। दीदी नें सभी को राजयोग ध्यान की विधि बताई तथा सभी को उसके फायदे बताते हुए अभ्यास भी कराया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वस्थ दिनचर्या, योग ध्यान और सकारात्मक सोच को अपनायेंगे और परिवार एवं समाज के प्रेरणास्त्रोत बनेगें।


कार्यक्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉ ओपी वर्मा ने बताया कि तनाव आता है तो लोग आसानी से नशे की तरफ भागते है जबकि वह समाधान नहीं है। समाधान के लिए हमें ब्रह्माकुमारीज़ जैसे आध्यात्मिक संस्थानों से जुड़कर ध्यान के माध्यम में हमें अपने को सकारात्मक बनाना चाहिए। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारियों नें भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में संस्थान के लोंगो का अभिनन्दन करते हुए पौधे भेंट किए गए।

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ब्रह्माकुमारीज़ के माधौगंज केंद्र पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के माधौगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।


कार्यक्रम में संस्थान के बाल कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मंचन किया। जिसने सभी का मन मोह लिया तो वहीं भजन गायकों द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति ने सभी को आनंदित कर दिया।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी और कहा कि आज हम भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को हर्ष और उल्लास के साथ मना रहे हैं। यह केवल एक धार्मिक त्योहार ही नहीं, बल्कि हमारे जीवन को दिशा देने वाला आध्यात्मिक संदेश है। भगवान श्रीकृष्ण जी का जीवन हमें सिखाता है कि धर्म की रक्षा और अन्याय तथा बुराइयों का अंत करना ही जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए।


भगवान ने गीता में कहा है कि अपने कर्तव्यों को निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए, फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। यह शिक्षा आज के समाज के लिए बहुत प्रासंगिक है। यदि हर व्यक्ति अपना कर्तव्य सही भावना से निभाए, तो समाज में अन्याय, भ्रष्टाचार और असमानता स्वतः ही समाप्त हो सकती है।
भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें गहन शिक्षाएँ देता है। उनका जन्म कारागार में दिखाते है, लेकिन परिस्थितियाँ कैसी भी रही हों, उन्होंने हमेशा धर्म और न्याय की स्थापना का कार्य किया। उनका पूरा जीवन हमें यह संदेश देता है कि मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन निस्वार्थ भाव से करना चाहिए।
यह पर्व हमें नई श्रेष्ठाचारी और पावन दुनिया की याद दिलाता है। जब-जब संसार में अन्याय, अधर्म और असत्य बढ़ता है, तब ईश्वर अवतरित होकर मानवता को सही दिशा दिखाते हैं।

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कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार महेश कुमार, प्रेरक वक्ता बीके प्रहलाद ने भी सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम में सुंदर झांकी लगाई गई थी। जिसका दर्शन लाभ सभी ने लिया। साथ ही भजनों की सुंदर प्रस्तुति एवं भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का मंचन करने वाले कलाकारों में कु. रोशनी, कु. तनवी, कु. पीहू, कु. नंदनी, कु. हंसिका, कु. रुचि, कु. नव्या, रूबी, सोनिया, पवन, अखिलेश, निलक्ष तथा बीके जीतू आदि शामिल थे।

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