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वेबिनार आयोजित – भर लो उड़ान छू लो आसमान ( 31 जुलाई, 2021)

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भर लो उड़ान छू लो आसमान के अंतर्गत मेरे सपनों का भारत विषय पर स्केचिंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन 

ग्वालियर:  प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविधालय की भगिनी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के युवा प्रभाग के द्वारा “ यूथ फॉर ग्लोबल पीस “  के अंतर्गत जुलाई माह की थीम  – “भर लो उड़ान छू  लो आसमान” के अंतर्गत मेरे सपनों का भारत विषय पर स्केचिंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन |

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बी.के.विवेकानंद भाई, अहमदाबाद (समिति सदस्य युवा प्रभाग एवं आल इंडिया रेडिओ आर्टिस्ट जलगाँव), श्री धर्मेन्द्र मेवाड़े, भोपाल (पी.एच.डी. स्वर्ण पदक विजेता, अन्तर्रष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पुरुस्कार विजेता ), बी.के.रेखा बहन, सीधी (ज़ोनल कोऑर्डिनेटर, युवा प्रभाग भोपाल),  बी.के.प्रह्लाद भाई, ग्वालियर (सदस्य युवा प्रभाग, भोपाल ज़ोन ), बी.के.आकृति (सदस्य युवा प्रभाग, भोपाल ज़ोन ) उपस्थित थे |

बी.के.रेखा बहन ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का स्वागत अभिनन्दन किया और बताया कि युवाओं के अन्दर बहुत शक्ति है वो चाहे तो अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं क्योकि युवा का स्वभाव है स्वयं को किसी न किसी  कार्य  में व्यस्त रखते हैं तो अगर उन्हें सुन्दर और सकारत्मक विषयों पर किसी न किसी माध्यम से चिंतन करने को दिया जाये तथा उनकी कलाओं-योग्यताओं को निखारा जाये तो उनका एक नया रंग एक नया रूप निखर कर आयेगा |

आगे बी.के.विवेकानंद भाईजी ने बताया कि हम सभी स्वप्न तो देखते है की मेरे सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए तो उसके लिए परिवर्तन करना भी अतिआवश्यक है | इस पर सोच विचार करना चाहिए की अगर मुझे स्वर्णिम भारत सुन्दर भारत चाहिए तो उसे साकार करने की ज़िम्मेदारी भी मेरी है | हम सभी को सपने भी ऐसे देखने चाहिए जो हमे सोने ना दें इसलिए कहा भी जाता है जागते हुए सपने देखें क्योकि नींद में जो सपने देखेंगे वह कभी संपन्न नहीं होंगे | साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सपनों का भारत ऐसा होना चाहिए जहाँ हर घर में श्री कृष्ण और श्री राधे के समान बालक बालिकाएं हो , हर घर में सुख, शांति और पवित्रता हो और उसको साकार करने के लिए रोज़ सुबह उठकर सुन्दर विचार करें, अपने आप से बातें करें तथा कल्पना करें जैसा हम बनना चाहते हैं तथा जैसा भारत हम लाना चाहते हैं|

आर्टिस्ट धर्मेन्द्र मेवाड़े  ने सभी को संबोधित करते हुए बताया कि मेरे सपनों का भारत जो है वो बहुत ही  सुन्दर और बहुत ही प्रदर्शित है | आज हमारा भारत कलात्मकता के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ गया है की जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती | आज के युवा वर्ग भी जिस क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं वो सबसे ज्यादा कलात्मकता का ही क्षेत्र है | जैसे की आज वर्तमान समय की स्तिथि हम देख रहे हैं की कई लोग बेरोजगार हो गए हैं, भिन्न-भिन्न बिमारियों से घ्रसित हो गए हैं, लेकिन अगर सभी युवाओं को अपनी कला का असली परिचय मिल जाये तो वो अपने जीवन में किसी भी क्षेत्र में कमाल कर सकते हैं बस ज़रूरत है उन्हें सही मार्गदर्शन की और एक सही राह दिखाने वाले गुरु की जो उनकी कला तथा उनकी शक्तियों को पहचान सके और सही जगह पर इस्तेमाल करने के लिए उन्हें प्रेरित कर सके |

इस वेबिनार में 10-30 वर्ष के बच्चों एवं युवाओं के लिए स्केत्चिंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका विषय रखा – “मेरे सपनों का भारत” | इस प्रतियोगिता में विषय पर आधारित सभी बच्चों के दिल में जो भावनाएं थी वो बहुत ही सुन्दर रीती उन्होंने पेंटिंग के माध्यम से व्यक्त की | साथ ही प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी युवाओं को इ-सर्टिफिकेट से सम्मानित भी किया गया |

कार्यक्रम के अंत में बी.के.प्रह्लाद भाई ने सभी अतिथियों और वेबिनार में उपस्थित युवाओं का आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का कुशल संचालन बी.के.आकृति के द्वारा किया गया |

 

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी(न्यूज़ कवरेज)

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी

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24 सितंबर 2025

खुशनुमा और स्वस्थ जीवन के लिए तनाव प्रबंधन आवश्यक – बीके प्रहलाद भाई

एसएएफ 13 बटालियन में तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली विषय पर प्रेरणादायक सत्र आयोजित

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा 13वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ 13 बटालियन) में “तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर एक प्रेरणादायक सत्र आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य लोगों को मानसिक शांति, सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रेरक वक्ता एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई तथा ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी उपस्थित थीं।


इस अवसर पर एस ए एफ 13 बटालियन से प्रभारी सेनानी अनुराग पांडे, सहायक सेनानी, गुलबाग सिंह, डॉक्टर ओ पी वर्मा निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह भदोरिया, निरीक्षक, धर्मेंद्र वर्मा, निरीक्षक मुकेश परिहार, निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह भदौरिया, निरीक्षक जादौन, निरीक्षक राय सिंह जयंत, समस्त पी टी एस स्टाफ एवं 350 से अधिक प्रशिक्षणार्थी सहित ब्रह्माकुमारीज से बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके पवन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के तेज रफ़्तार जीवन में तनाव हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। जिसकी वजह से हमारे जीवन में काफी उतार चढाव आते है। इन सबसे छूटने के लिए तनाव का सही ढंग से प्रबंधन करना ही खुशनुमा और स्वस्थ जीवन जीने की कला है। यदि तनाव पर नियंत्रण न हो तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ को प्रभावित करता है। इसके लिए कुछ सरल उपाय अपनाकर हम संतुलित, आनंदमय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि – सकारात्मक सोच विकसित करें, हर परिस्थिति में अच्छा पक्ष देखने का प्रयास करें, नकारात्मक विचारों से दूर रहें, योग और ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाये, रोजाना 15 से 20 मिनिट ध्यान करें जिससे मन स्थिर रहता है एवं मानसिक शांति भी मिलती है, प्राणायाम और योगासन से शरीर स्वस्थ्य रहता है, 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें, संतुलित भोजन लें, नशे से दूरी बनाकर रखें, जंक फ़ूड से बचें, व्यवस्थित दिनचर्या बनायें, कोई न कोई रोज अच्छी पुस्तक पढ़ने की आदत डालें, कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह का दवाव आता है तो घबरायें नहीं, परिवार के साथ समय विताएं, हर कार्य को एक खेल की तरह से लें।
बीके प्रहलाद भाई नें अनेकानेक रचनात्मक गतिविधि भी कराई जिससे सभी का मन हल्का हुआ और उमंग उत्साह भी बढ़ा। और दिन कि शुरुआत किस तरह से करें वह भी बताया।


कार्यक्रम में बीके आदर्श दीदी नें कहा कि तनाव को दूर करने के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम, सकारात्मक चिंतन और समय प्रबंधन जैसे उपाय बेहद प्रभावी हैं। पर्याप्त नींद और रुचियों के लिए समय निकालना जीवन को सुखद और तनावमुक्त बना सकता है साथ ही कहा कि तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है यदि हम स्वस्थ दिनचर्या और आत्म नियंत्रण को अपनाएं तो जीवन अधिक खुशनुमा और आनंदमय बन सकता है। दीदी नें सभी को राजयोग ध्यान की विधि बताई तथा सभी को उसके फायदे बताते हुए अभ्यास भी कराया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वस्थ दिनचर्या, योग ध्यान और सकारात्मक सोच को अपनायेंगे और परिवार एवं समाज के प्रेरणास्त्रोत बनेगें।


कार्यक्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉ ओपी वर्मा ने बताया कि तनाव आता है तो लोग आसानी से नशे की तरफ भागते है जबकि वह समाधान नहीं है। समाधान के लिए हमें ब्रह्माकुमारीज़ जैसे आध्यात्मिक संस्थानों से जुड़कर ध्यान के माध्यम में हमें अपने को सकारात्मक बनाना चाहिए। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारियों नें भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में संस्थान के लोंगो का अभिनन्दन करते हुए पौधे भेंट किए गए।

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Indraganj Lashkar

ब्रह्माकुमारीज़ के माधौगंज केंद्र पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के माधौगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।


कार्यक्रम में संस्थान के बाल कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मंचन किया। जिसने सभी का मन मोह लिया तो वहीं भजन गायकों द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति ने सभी को आनंदित कर दिया।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी और कहा कि आज हम भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को हर्ष और उल्लास के साथ मना रहे हैं। यह केवल एक धार्मिक त्योहार ही नहीं, बल्कि हमारे जीवन को दिशा देने वाला आध्यात्मिक संदेश है। भगवान श्रीकृष्ण जी का जीवन हमें सिखाता है कि धर्म की रक्षा और अन्याय तथा बुराइयों का अंत करना ही जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए।


भगवान ने गीता में कहा है कि अपने कर्तव्यों को निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए, फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। यह शिक्षा आज के समाज के लिए बहुत प्रासंगिक है। यदि हर व्यक्ति अपना कर्तव्य सही भावना से निभाए, तो समाज में अन्याय, भ्रष्टाचार और असमानता स्वतः ही समाप्त हो सकती है।
भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें गहन शिक्षाएँ देता है। उनका जन्म कारागार में दिखाते है, लेकिन परिस्थितियाँ कैसी भी रही हों, उन्होंने हमेशा धर्म और न्याय की स्थापना का कार्य किया। उनका पूरा जीवन हमें यह संदेश देता है कि मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन निस्वार्थ भाव से करना चाहिए।
यह पर्व हमें नई श्रेष्ठाचारी और पावन दुनिया की याद दिलाता है। जब-जब संसार में अन्याय, अधर्म और असत्य बढ़ता है, तब ईश्वर अवतरित होकर मानवता को सही दिशा दिखाते हैं।

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कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार महेश कुमार, प्रेरक वक्ता बीके प्रहलाद ने भी सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम में सुंदर झांकी लगाई गई थी। जिसका दर्शन लाभ सभी ने लिया। साथ ही भजनों की सुंदर प्रस्तुति एवं भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का मंचन करने वाले कलाकारों में कु. रोशनी, कु. तनवी, कु. पीहू, कु. नंदनी, कु. हंसिका, कु. रुचि, कु. नव्या, रूबी, सोनिया, पवन, अखिलेश, निलक्ष तथा बीके जीतू आदि शामिल थे।

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