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Indraganj Lashkar

ग्वालियर – अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर हुआ विशेष कार्यक्रम

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युवा द्रढ़ निश्चय से हर कार्य कर सकता है – बीके प्रहलाद भाई
 युवा दोपहर के सूर्य के तरह तेजोमय है – राजयोगिनी आदर्श दीदी

ग्वालियर: प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राज योग एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउंडेशन के युवा प्रभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर प्रभु उपहार भवन माधवगंज में युवाओं के लिए सकारात्मक कार्य द्वारा युवा सशक्तिकरण विषय पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से   ब्रह्माकुमारीज केंद्र प्रभारी राजयोगिनी बीके आदर्श दीदी एवं युवा प्रभाग के कार्य समिति सदस्य बीके प्रहलाद भाई एवं समाज सेवी अंकित शर्मा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके प्रहलाद ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को सकारात्मक कार्यो के लिए प्रेरित करना तथा सकारात्मकता के अभ्यास से आत्मविश्वास को बढाना है।
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को निरंतर आगे बढने के लिए दृढ़ निश्चय की आवश्यकता होती है। दृढ़ निश्चय से युवा हर उस मुकाम तक पहुँच सकता है। जहाँ वह पहुंचना चाहता है। उन्होंने पांच पहलू भी बताएं जिन पर युवाओं को ध्यान देने की आवश्यकता है।
पहला स्वयं, दूसरा समाज, तीसरा पर्यावरण, चौथा स्वास्थ्य एवं पांचवां जीवन में मूल्यों की धारणा।
स्वयं के बारे में बताया कि – स्वयं को बेहतर बनाने के लिए स्वयं की दिनचर्या को अच्छा बनाए, स्वयं के लिए सफलता की परिभाषा को समझे, राजयोग ध्यान का अभ्यास करने की आदत डालें, रचनात्मक लेख के साथ आत्मनिरीक्षण भी करें, सदैव अनुभव करें कि परमात्म वरदानो की शक्ति मेरे साथ है।
समाज के लिए योगदान देने के लिए बताया कि – जिम्मेदारी लेने की पहल करें, अपने जीवन को ऐसा बनाये जिससे दूसरों को प्रेरणा मिले, सादगी को अपनाएं, जीवन को सरल रखें और विनम्र रहें, सोशल मीडिया का प्रयोग करते है तो सकारात्मक सन्देश भेजने की आदत डालें तथा, हर मिलने वाले से खुश होकर बात करे।


पर्यावरण को अच्छा बनाने के लिए बताया कि – पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान दे, अधिक से अधिक पेड़ लगाये, सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग बंद करें, जल की बचत करें, स्वच्छता बनाएं रखने में मदद करें।
स्वास्थ्य के बारे में बताया कि- तन को और मन को स्वस्थ बनाने पर जोर दे, प्रकृति के साथ जुड़े, अनावश्यक बोझ न ले, हर कार्य को खुश होकर करे, जिसे आप नहीं कर सकते उसे ईश्वर पर छोड़ दे और धैर्य रखे।
जीवन में मूल्य धारण करने के लिए कहा कि – ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, करुणा, सहानुभूति, सम्मान, विनम्रता, जिम्मेदारी, जवाबदेही, उदारता और सेवा जैसे गुणों को जीवन में धारण करे और उस पर कार्य करें।
इसी तरह से प्रेरक उद्बोधन देते हुए युवाओं को मोटिवेट किया।
राजयोगिनी आदर्श दीदी ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा दोपहर के सूर्य की तरह तेजोमय है।
उसके अंदर बहुत ऊर्जा होती है। उस पर दो तरह की जिम्मेदारी है एक बुजुर्गो की एक आने वाली पीढ़ी की इसीलिए युवाओ को अपनी उर्जा को सकारात्मक कार्यो में लगाना चाहिए और यह तभी संभव है जब हम परमात्मा की याद में रहते है और आध्यात्मिक विचारों से जुड़े रहते है परमात्मा ने इतना सुंदर जीवन दिया हैं। जो कि अमूल्य है हमे सदैव अच्छी सोच के साथ अच्छा कार्य करना चाहिए और व्यसनों से दूर रहना चाहिए। दीदी ने सभी युवाओं को राजयोग ध्यान के बारे में बताते हुए उसके फायदे बताये तथा उसका अभ्यास भी कराया।
अंकित शर्मा ने शुभकामनायें देते हुए कहा कि मुझे यहाँ आकर सकारात्मक ऊर्जा मिलती है संस्थान का हर व्यक्ति युवा दिखाई देता है क्योकि सभी के चेहरों पर मुस्कान रहती है हर व्यक्ति अपने आप में विशेष है ऐसा समझे तो वह अपने जीवन को सुंदर बना सकता है
कार्यक्रम के अंत में आदर्श दीदी ने सभी युवाओं को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत कभी नशा न करने तथा समाज को नशा मुक्त करने में योगदान देने की शपथ भी दिलाई।
कार्यक्रम में बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके पवन, बीके हर्षित, सौरभ, ध्रुव सहित अनेकानेक युवा शामिल थे।

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी(न्यूज़ कवरेज)

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तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है – बीके आदर्श दीदी

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24 सितंबर 2025

खुशनुमा और स्वस्थ जीवन के लिए तनाव प्रबंधन आवश्यक – बीके प्रहलाद भाई

एसएएफ 13 बटालियन में तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली विषय पर प्रेरणादायक सत्र आयोजित

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के द्वारा 13वीं वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ 13 बटालियन) में “तनाव प्रबंधन, खुशनुमा और स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर एक प्रेरणादायक सत्र आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य लोगों को मानसिक शांति, सकारात्मक सोच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रेरक वक्ता एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई तथा ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी उपस्थित थीं।


इस अवसर पर एस ए एफ 13 बटालियन से प्रभारी सेनानी अनुराग पांडे, सहायक सेनानी, गुलबाग सिंह, डॉक्टर ओ पी वर्मा निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह भदोरिया, निरीक्षक, धर्मेंद्र वर्मा, निरीक्षक मुकेश परिहार, निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह भदौरिया, निरीक्षक जादौन, निरीक्षक राय सिंह जयंत, समस्त पी टी एस स्टाफ एवं 350 से अधिक प्रशिक्षणार्थी सहित ब्रह्माकुमारीज से बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके पवन उपस्थित थे।
कार्यक्रम में बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के तेज रफ़्तार जीवन में तनाव हर किसी की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। जिसकी वजह से हमारे जीवन में काफी उतार चढाव आते है। इन सबसे छूटने के लिए तनाव का सही ढंग से प्रबंधन करना ही खुशनुमा और स्वस्थ जीवन जीने की कला है। यदि तनाव पर नियंत्रण न हो तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ को प्रभावित करता है। इसके लिए कुछ सरल उपाय अपनाकर हम संतुलित, आनंदमय और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि – सकारात्मक सोच विकसित करें, हर परिस्थिति में अच्छा पक्ष देखने का प्रयास करें, नकारात्मक विचारों से दूर रहें, योग और ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाये, रोजाना 15 से 20 मिनिट ध्यान करें जिससे मन स्थिर रहता है एवं मानसिक शांति भी मिलती है, प्राणायाम और योगासन से शरीर स्वस्थ्य रहता है, 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें, संतुलित भोजन लें, नशे से दूरी बनाकर रखें, जंक फ़ूड से बचें, व्यवस्थित दिनचर्या बनायें, कोई न कोई रोज अच्छी पुस्तक पढ़ने की आदत डालें, कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह का दवाव आता है तो घबरायें नहीं, परिवार के साथ समय विताएं, हर कार्य को एक खेल की तरह से लें।
बीके प्रहलाद भाई नें अनेकानेक रचनात्मक गतिविधि भी कराई जिससे सभी का मन हल्का हुआ और उमंग उत्साह भी बढ़ा। और दिन कि शुरुआत किस तरह से करें वह भी बताया।


कार्यक्रम में बीके आदर्श दीदी नें कहा कि तनाव को दूर करने के लिए योग, ध्यान, प्राणायाम, सकारात्मक चिंतन और समय प्रबंधन जैसे उपाय बेहद प्रभावी हैं। पर्याप्त नींद और रुचियों के लिए समय निकालना जीवन को सुखद और तनावमुक्त बना सकता है साथ ही कहा कि तनाव प्रबंध केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है यदि हम स्वस्थ दिनचर्या और आत्म नियंत्रण को अपनाएं तो जीवन अधिक खुशनुमा और आनंदमय बन सकता है। दीदी नें सभी को राजयोग ध्यान की विधि बताई तथा सभी को उसके फायदे बताते हुए अभ्यास भी कराया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में स्वस्थ दिनचर्या, योग ध्यान और सकारात्मक सोच को अपनायेंगे और परिवार एवं समाज के प्रेरणास्त्रोत बनेगें।


कार्यक्रम में मेडिकल ऑफिसर डॉ ओपी वर्मा ने बताया कि तनाव आता है तो लोग आसानी से नशे की तरफ भागते है जबकि वह समाधान नहीं है। समाधान के लिए हमें ब्रह्माकुमारीज़ जैसे आध्यात्मिक संस्थानों से जुड़कर ध्यान के माध्यम में हमें अपने को सकारात्मक बनाना चाहिए। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारियों नें भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में संस्थान के लोंगो का अभिनन्दन करते हुए पौधे भेंट किए गए।

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ब्रह्माकुमारीज़ के माधौगंज केंद्र पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्व विद्यालय के माधौगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।


कार्यक्रम में संस्थान के बाल कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मंचन किया। जिसने सभी का मन मोह लिया तो वहीं भजन गायकों द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति ने सभी को आनंदित कर दिया।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी और कहा कि आज हम भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को हर्ष और उल्लास के साथ मना रहे हैं। यह केवल एक धार्मिक त्योहार ही नहीं, बल्कि हमारे जीवन को दिशा देने वाला आध्यात्मिक संदेश है। भगवान श्रीकृष्ण जी का जीवन हमें सिखाता है कि धर्म की रक्षा और अन्याय तथा बुराइयों का अंत करना ही जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए।


भगवान ने गीता में कहा है कि अपने कर्तव्यों को निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए, फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। यह शिक्षा आज के समाज के लिए बहुत प्रासंगिक है। यदि हर व्यक्ति अपना कर्तव्य सही भावना से निभाए, तो समाज में अन्याय, भ्रष्टाचार और असमानता स्वतः ही समाप्त हो सकती है।
भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें गहन शिक्षाएँ देता है। उनका जन्म कारागार में दिखाते है, लेकिन परिस्थितियाँ कैसी भी रही हों, उन्होंने हमेशा धर्म और न्याय की स्थापना का कार्य किया। उनका पूरा जीवन हमें यह संदेश देता है कि मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन निस्वार्थ भाव से करना चाहिए।
यह पर्व हमें नई श्रेष्ठाचारी और पावन दुनिया की याद दिलाता है। जब-जब संसार में अन्याय, अधर्म और असत्य बढ़ता है, तब ईश्वर अवतरित होकर मानवता को सही दिशा दिखाते हैं।

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कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार महेश कुमार, प्रेरक वक्ता बीके प्रहलाद ने भी सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम में सुंदर झांकी लगाई गई थी। जिसका दर्शन लाभ सभी ने लिया। साथ ही भजनों की सुंदर प्रस्तुति एवं भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का मंचन करने वाले कलाकारों में कु. रोशनी, कु. तनवी, कु. पीहू, कु. नंदनी, कु. हंसिका, कु. रुचि, कु. नव्या, रूबी, सोनिया, पवन, अखिलेश, निलक्ष तथा बीके जीतू आदि शामिल थे।

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