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Indraganj Lashkar

शिपिंग एविएशन एवं टूरिज्म प्रभाग के द्वारा माधवगंज स्थित प्रभु उपहार भवन केंद्र पर विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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ग्वालियर: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाऊंडेशन के तहत शिपिंग एविएशन एवं टूरिज्म प्रभाग के द्वारा माधवगंज स्थित प्रभु उपहार भवन केंद्र पर विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप ब्रह्माकुमारीज केंद्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी, तथा क्षेत्रीय कोऑर्डिनेटर पर्यटक प्रभाग की बीके ज्योति बहन, पुलिस में कार्यरत दिनेश यादव, राजेन्द्र जी, एनसीसी से अनिल ठाकुर आदि उपस्थित थे।


कार्यक्रम के शुभारंभ में ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी ने कार्यक्रम का लक्ष्य एवं उद्देश्य बताते हुए उपस्थित सभी भाई बहनों को ज्ञान से भरपूर किया और जीवन में दिव्य गुणों को धारण करने पर जोर दिया l
कार्यक्रम में बीके ज्योति बहन ने विश्व बंधुत्व विषय को स्पष्ट करते हुए कहा कि वर्तमान समय चारों तरफ डर, दुख, भय का माहौल है। जो हर मानव में अशांति का कारण है, इसलिए अब हम सभी को एक जुट होकर विश्व को नवयुग बनाने हेतु कार्य करना होगा। जिसके लिए हम सभी को याद रखना चाहिए जीवन एक यात्रा है और हम सब यात्री हैं। तो बाहरी परिस्थितियां हमें डिस्टर्ब नहीं करेंगी। इसके साथ ही हम अपने मन को स्वच्छ रखें, आसपास का वातावरण भी स्वच्छ रखें, स्वच्छता ही स्वास्थ्य का आधार है l आने वाले पर्यटक स्वच्छता से प्रभावित होकर सच्ची खुशी को प्राप्त करते हैं और हमारे पर्यटन स्थल की महिमा करते हैं। अपने आसपास की पर्यटन स्थलों को स्वच्छ रखकर उन्हें और अच्छा रूप देकर अपने देश की महिमा को बढ़ाना चाहिए। तथा आने वाले यात्रियों का अभिवादन करना चाहिए।
यही विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर हमारी शुभकामनाएं हैं।


इसके साथ ही दिनेश यादव ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि मैं पहले बहुत तनाव में रहता था। जब ब्रह्माकुमारी से ज्ञान प्राप्त किया, तब से मेरा जीवन तनाव मुक्त हो गया। मेरा जीवन खुशहाल हो गया। मुझे 10 वर्ष हो चुके हैं संस्थान के सानिध्य में, मेरी शुभकामनाएं हैं हर व्यक्ति सच्चे ज्ञान को प्राप्त कर अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।
कार्यक्रम में अनिल ठाकुर, राजेन्द्र जी एवं अन्य अतिथियों ने अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि अपने जीवन को क्रोध मुक्त, तनाव मुक्त बनाएं तभी हम जीवन का सच्चा आनंद ले सकते हैंl


उनमें उपस्थित एक वक्ता ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि मैं कई देश की यात्राएं करके आया हूँ और हर देश में स्वच्छता और अनुशासन का समन्वय मिला।
स्वच्छता आने वालों को आकर्षित करती है। हमें भी स्वच्छता और अनुशासन को अपनाना चाहिए l


अंत में कलाकारों द्वारा विश्व बंधुत्व विषय पर नृत्य नाटक के द्वारा बताया गया हम सब एक हैं, एक परमात्मा की संतान है। हमें लड़ाई – झगड़ा करके अपने जीवन को व्यर्थ नहीं गंवाना है। कार्यक्रम में अनेकानेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन बीके आदर्श दीदी के द्वारा किया गया तथा अंत मे सभी को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई गई।

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म.प्र. के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने ‘सामाजिक समरसता’ कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों को शॉल ओढ़ाकर किया सम्मानित

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Gwalior : म.प्र. के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी, भारत सरकार के केंद्रीय संचार मंत्री माननीय श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, म.प्र. विधानसभा अध्यक्ष माननीय श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने ग्वालियर के दत्तोपंत ठेंगड़ी सभागार, कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित सामाजिक समरसता’ कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। जिसमें ब्रह्माकुमारी रोशनी, ब्रह्माकुमारी सुरभि, बीके डॉ.गुरचरण सिंह को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में प्रदेश के अनेकानेक कैबिनेट मंत्री गण, सांसद, विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।

इस अवसर पर बीके रोशनी, बीके सुरभि, बीके डॉ.गुरचरण सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी का अभिनंदन करते हुए उन्हें ईश्वरीय सौगात भेंट की।

कार्यक्रम में शहर से अनेकानेक सम्माननीय धर्मगुरु, धार्मिक संस्थान, सामाजिक संस्थान से तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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बाल व्यक्तित्व विकास शिविर

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ब्रह्माकुमारीज केंद्र पर तीन दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का हुआ शुभारंभ

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बच्चों में प्रेम, दया, क्षमा, आत्मविश्वास, सहनशीलता जैसे गुणों का विकास बहुत आवश्यक – आदर्श दीदी

जो बच्चे आज्ञाकारी होते है उन्हें सभी की दुवाएं एवं स्नेह मिलता है – प्रहलाद भाई

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाऊंडेशन के युवा प्रभाग और शिक्षा प्रभाग के द्वारा माधवगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में तीन दिवसीय बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारंभ हुआ।
इस शिविर में बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए आध्यात्मिकता, नैतिक शिक्षा, व्यवहारिक ज्ञान और सकारात्मक सोच आदि विषयों को रचनात्मक ढंग से बताया जायेगा।
शिविर के शुभारंभ में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित मोटिवेशनल स्पीकर एवं वरिष्ठ राजयोग ध्यान प्रशिक्षक बीके प्रहलाद भाई ने नए सभी बच्चों को मोटिवेट करते हुए मजेदार शिक्षाप्रद कहानियाँ सुनाकर शिविर की शुरुआत की। उन्होंने एक रचनात्मक एक्टिविटी के माध्यम से शिविर में उपस्थित बच्चों को सिखाया कि हमें ध्यान से सुनना चाहिए। क्योकि ध्यान से सुनने का बहुत महत्व है। जबकि सुनने से ज्यादा हम देखकर कर्म करते है, हम जैसा देखते है वैसा हम बनते चले जाते है। यदि हम कुछ गलत चीजों को देखते है या हमारे सामने कोई गलती कर रहा है तो उसका प्रभाव भी हमारे जीवन पर पड़ता है। इसलिए हमेशा टीवी या मोबाईल पर कुछ देखते है तो अच्छा ही देखे।
उन्होंने कहा कि अच्छे गुणों और संस्कारों का बीज बोने का यह सही समय है। इस समय अंदर लचीलापन होता है। सही शब्दों में कहा जाए तो व्यक्तित्व का निर्माण और जीवन को दिशा देने का काम इसी समयावधि में हो सकता है। हम जैसा बनना चाहें वैसा अपने को बना सकते हैं। आजकल कई बच्चे अपना कीमती समय मोबाइल पर नष्ट कर रहे हैं। अभिभावक और शिक्षक चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। इस समय में मोबाईल का ज्यादा उपयोग करना हमारे लिए बहुत नुकशान दायक है । मोबाईल हमारी सुविधा के लिए है पढ़ाई आदि के लिए ही हम इसे थोडा बहुत उपयोग कर सकते है। बांकी और और चीजों में हमें नहीं जाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि सभी बच्चो को प्रातः सूर्योदय से पहले जाग जाना चाहिए तथा रात्रि को जल्दी सोना चाहिए। देर रात तक नहीं जागना चाहिए। सभी बच्चों को अपने माता पिता कहना मानना चाहिए। हरेक माता पिता अपने बच्चों की भलाई के लिए ही उन्हें समझाते है कभी भी माता पिता से नाराज नहीं होना चाहिए। जो बच्चे आज्ञाकारी होते है उन्हें सभी की दुवाएं एवं स्नेह मिलता है। और वह जीवन में आगे बढ़ते जाते है। इस पर एक रोचक कहानी भी बच्चों को सुनाई।
आगे भाई जी ने बच्चों को मन बुद्धि और संस्कार के बारे में बताया कि कैसे हम अच्छा सोचकर अपने अन्दर अच्छी आदतों को डाल सकते है। और अपनी ख़राब आदतों को छोड़ सकते है।


कार्यक्रम में बच्चो को मेडिटेशन (ध्यान) की सरल विधि सिखाई गई साथ ही ध्यान का अभ्यास भी कराया गया।
इस अवसर पर केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हम थोडा समय पढ़ाई से पूर्व या कोई कार्य करने से पूर्व राजयोग ध्यान का अभ्यास करते है। अथवा परमात्मा को याद करते है तो हमें सफलता अवश्य मिलती है, साथ ही हमारी एकाग्रता भी बढती है। दीदी ने आगे कहा कि हमें इतना सुंदर जीवन मिला है तो उसके लिए हमें ईश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहिए, साथ ही उन सभी का शुक्रिया करना चाहिए जो हमारे जीवन को अच्छा बनाने में हमारे मददगार है जैसे माता-पिता एवं गुरुजन आदि।
दीदी ने आगे बताया कि बच्चों में प्रेम, दया, क्षमा, आत्मविश्वास और सहनशीलता जैसे गुणों का विकास बहुत आवश्यक है। यह शिविर निश्चित ही बच्चों में दिव्य गुणों की धारणा और चारित्रिक विकास में मददगार साबित होगा। जो बच्चे बचपन से ही आध्यात्मिक शिक्षा और नैतिक शिक्षा और व्यवहारिक शिक्षा से जुड़ते है, तो वह न केवल बड़े होकर एक अच्छे नागरिक बनते है, बल्कि समाज और विश्व के लिए भी एक प्रेरणा और आदर्श बनकर उभरते है।
अंत में शिक्षाप्रद गेम भी खिलाये गए जिसका बच्चों ने आनंद लिया|
इस अवसर पर बीके जीतू, बीके सुरभि, बीके रोशनी, रीता मिड्ढा सहित अनेकानेक बच्चो के पैरेंट्स भी उपस्थित थे।

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